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बाजे – गाजे,ढ़ोल नागाडो के साथ मां बिरासिनी का निकाला गया जवारा जुलूस

बिरासनी सेवा समिति ने निकाली झाकियां

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बाजे – गाजे,ढ़ोल नागाडो के साथ मां बिरासिनी का निकाला गया जवारा जुलूस

 तपस गुप्ता उमरिया उमरिया(7999276090)

 

उमरिया जिले के बिरसिंहपुर पाली स्थित मां बिरासिनी मंदिर का चल जवारा जुलूस इस बार भी अपने ख्याति के अनुरूप विशाल और ऐतिहासिक रहा है। जहा जिला कलेक्टर धरणेन्द कुमार जैन उनकी धर्मपत्नी व पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू द्वारा मंदिर प्रांगण मे मां काली की विधि विधान से पूजा-अर्चना के उपरांत सायं चार बजे जुलूस भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मंदिर के उत्तरी द्वार से निकल कर प्रकाश चौराहा, सांई मंदिर होते हुए विसर्जन स्थल सगरा तालाब पहुंचा था।

जहां उन सभी जवारों का विसर्जन किया गया। जवारा कलशों का जुलूस जैसे ही मुख्य मार्ग पर पहुंचा तो वहां विहंगम दृश्य उत्पन्न हो गया। जहा ऐसा लग रहा था मानो किसी ने मीलों लंबी हरे चारे की चादर बिछा दी हो।

हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने लिया भाग

प्रशासन द्वारा जुलूस तथा विसर्जन स्थल पर प्रकाश एवं सुरक्षा के तमाम इंतजाम किए गए थे। अपने तरीके के अनूठे तथा देश भर मे विख्यात इस जुलूस मे न सिर्फ जिले बल्कि अन्य प्रांतों से आये हजारों श्रद्घालु शामिल हुए।

असीमित भक्ति और विश्वास

आगे-आगे नृत्य करती हुई कालिका और हांथ मे गर्म-गर्म खप्पर लिये पण्डा तो उनके पीछे कील की खडाऊ पहनकर भावावेश मे नाचते भक्त, मां के प्रति प्रेम और आस्था का उदाहरण प्रस्तुत कर रहे थे। माना जाता है कि मां के भक्ति प्रताप से न तो पंडे को खप्पर की तपन का अहसास होता है और न ही बाना छिदवाने वाले भक्तों को चुभन और पीड़ा का। अपने भक्तों पर ममता और कृपा बरसाने के कारण ही मां बिरासिनी का यह मंदिर देश भर मे प्रसिद्घ है। तभी तो लोग सैकड़ों मील दूर से मनौतियां लेकर मां के श्रीचरणों मे आते है। नवरात्र के दौरान अपना विशेष योगदान देने वाली संस्था मां बिरासनी सेवा समिति की झाकियां भी जुलूस मे शामिल हुई।

बिरासनी सेवा समिति ने निकाली झाकियां 

बिरासनी सेवा समिति के द्वारा नगर में भोले बाबा, राम लक्ष्मण सहित सेवी देवताओं की आकर्षक झांकियां निकाली गई जो सरस्वती स्कूल से प्रारंभ होकर कर पूरे नगर का भ्रमण कर सागर तालाब में समापन हुई।

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