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शादी का झांसा देकर फरार होने वाली लुटेरी दुल्हन व गिरोह का किया पर्दाफाश

आगर मालवा जिले के नलखेड़ा की है घटना

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नलखेड़ा पुलिस की बड़ी कार्यवाही

शादी का झांसा देकर फरार होने वाली लुटेरी दुल्हन व गिरोह का किया पर्दाफाश

 

पुलिस अधीक्षक आगर मालवा श्री विनोद कुमार सिहं के मार्गदर्शन में जिला आगर मालवा पुलिस द्वारा जालसाज़ी एवं धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के विरुध्द सख्त कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया है। निर्देशानुसार अनुविभागीय अधिकारी सुसनेर श्री देवनारायण यादव के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी श्रीमति शशि उपाध्याय के नेतृत्व में नलखेड़ा पुलिस की टीम द्वारा वर्ष 2023 के प्रकरण में शादी का झांसा देकर फरार होने वाली लुटेरी दुल्हन व गिरोह का पर्दाफाश किया गया।

 

घटना का संक्षिप्त विवरण

थाना नलखेड़ा पुलिस को फरियादी कैलाश नागर ने रिपोर्ट कर बताया कि मुझसे शादी के नाम पर 1 लाख 65 हजार रुपये लेकर शादी करवाई गई। शादी के अगले दिन लुटेरी दुल्हन अपने गिरोह के साथ फरार हो गई।

 

पुलिस कार्यवाही

फरियादी की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 194/23 धारा 420,34 भादवि का पंजीबद्ध किया जाकर लुटेरी दुल्हन व गिरोह की तलाश हेतु विशेष टीम गठित किया जाकर भोपाल, राजगढ़, बोडा, पचोर व सारंगपुर व आसपास के अंचलों में लगातार मुख़बिरों के माध्यम से दबिश दी गई। इस प्रकार पुलिस की टीम द्वारा लुटेरी दुल्हन व गिरोह का पर्दाफाश किया गया। पुलिस की प्रभावशाली कार्य प्रणाली ने इस मामले को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई है।

आरोपीगण :-

1) रतनलाल निवासी मगराना थाना सारंगपुर, जिला राजगढ़

2) सुनिल निवासी महुआ थाना बोडा, जिला राजगढ़

3) रोडमल निवासी रामपुरा थाना नलखेडा जिला आगर

4) नैमसिंह उर्फ चैनसिंह उर्फ सोनू निवासी महुआ थाना बोडा, जिला राजगढ़

5) राहुल निवासी दोलतपुर थाना बन्डा जिला सागर हाल भोपाल

6) प्रीति उर्फ ममता निवासी भोपाल

7) सुसमा निवासी पिपलानी भोपाल ।

 

अपराध की कार्यप्रणाली

पुलिस द्वारा आरोपीगण से विस्तृत पूछताछ की गई तो यह पाया गया कि गिरोह का मुख्य उद्देश्य शादी के झांसे में फंसा कर लोगों को ठगना था। यह गिरोह पहले अपने सदस्यों के माध्यम से संभावित शिकार को तलाशता था। फिर शादी के लिए तैयार लड़की का परिचय देकर उसे लड़के के घर भेजता था। शादी होने के बाद, यह गिरोह शादी के अगले दिन मौका पाकर नकदी और कीमती सामान लेकर फरार हो जाता था।

इस गिरोह की योजना इतनी सटीक होती थी कि वे अपने निशाने पर ऐसे लड़कों को चुनते थे जिनकी शादी नहीं हो रही थी और शादी के लिए बेताब थे। इस प्रकार, शादी का झांसा देकर यह गिरोह लोगों को ठगने में सफल होता था। गिरोह अपने शिकार को फंसाने और ठगने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करता था।

 

सराहनीय भूमिका

निरीक्षक शशि उपाध्याय, उप निरीक्षक जितेंद्र सिंह, सउनि मोती सिंह गुर्जर, आरक्षक 232 महेंद्र सिंह, आर.02 गिरिराज जामलिया, महिला आरक्षक 287 नीतूराज खींची, सै.1034 अनिल सेन ने उल्लेखनीय कार्य किया।

 

पुलिस अधीक्षक द्वारा इस उल्लेखनीय कार्य के लिए सम्पुर्ण पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की गई।

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