संवाददाता अविनय शुक्ला
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जनपद पंचायत सिहावल के सरकारी दफ्तरों में अधिकारी-कर्मचारी नदारद रहते हैं। जिससे जनता को परेशानी उठानी पड़ रही है। यहां तक कि महत्वपूर्ण कार्यालय जनपद पंचायत सिहावल एवं एसडीएम कार्यालय में भी यही हालत बनी हुई है। अधिकारियों के पास कोई फोन भी लगाए तो वह उठाना उचित नहीं समझ रहे हैं। ऐसे में समस्याओं को लेकर जनता जाती है लेकिन जब अधिकारी-कर्मचारी नहीं मिलते तो खाली हांथ लौटना पड़ता है। मालूम हो कि सिहावल तहसील मुख्यालय अंतर्गत दफ्तरों में लोग 20 से 30 किलोमीटर दूर से समस्याओं केलिए आते हैं लेकिन जब अधिकारी एवं कर्मचारी नहीं रहते तो उन्हें कितनी तकलीफ होती है यह तो आम जनता ही बता पाएगी। इस संबंध में सत्ता के सांसद-विधायकों द्वारा भी कोई पहल
नहीं की जा रही है। जिस वजह से मनमानी का आलम बना हुआ है। आखिरकार कर्मचारियों, अधिकारियों पर किसकी मेहरबानी है। यह समझ से परे माना जा रहा है।