भयभीत छात्राओं ने बताई आपबीती, दुष्कर्मी ने की थी हदें पार
सूनसान जगह में ले जाकर दुष्कर्मी देता था घटना को अंजाम
जिले में गत दिवस दुष्कर्म के आरोप में चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। कॉलेजी छात्राओं के साथ युवक फ्रॉड एप्प के माध्यम से स्कालरशिप देने को लेकर एप्प के माध्यम से आवाज बदलकर बातें किया करते थे। और उन्हें सूनसान इलाके में ले जाकर घटना को अंजाम देने का काम करते थे। स्थिति यह थी कि दुष्कर्मी दरिंदों ने हदें पार कर दी थीं।
कॉलेजी छात्राओं को बुलाकर उनका हांथ बांधकर दुष्कर्म करते थे। फिर पूरी रात पैदल चलकर छात्राएं घर पहुंचती थी। इस मामले में पूरी जानकारी बताते हुए 17 वर्षीय किशोरी ने कहा कि उस दिन 15 अप्रैल था। मामा की बेटी घर आई थी, उसके फोन किसी महिला ने कहा मझौली से अर्चना मैडम बोल रही हूं। तुम 18 वर्ष की हो गई हो इसलिए तुम्हारा पैसा आया है। मझौली आकर दस्तखत कर दो और पैसा ले जाओ। शाम को मामा की बेटी ने कहा दुकान तक चलो। मैं साथ गई। मेन रोड पर बाइक पर एक लड़का आया। वह हेलमेट लगाए था। हाथ में दस्ताने थे। ममेरी बहन मुझे
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भी साथ ले गई। हम चले गए। कुछ दूर बाद बाइक चला रहे लड़के ने रास्ता बदला। पूछने पर कहा टिकरी में मैडम ने बुलाया है, वहीं काम होगा। फिर वह जंगल के रास्ते सुनसान जर्जर मकान में ले गया। रात के 8 बज गए थे। कहने लगा जैसा कहता हूं करो नहीं तो जान से मारदूंगा। हम लोग डर गए। मना किया तो ममेरी बहन को मारा।
मोबाइल छीन लिया। दोनों हाथ बांध दिए और चार बार गंदा काम किया। फिर रात 1 बजे हमें सूने स्थान में छोड़ दिया। हम दोनों बहनें अंदाजे पूरी रात 35 किमी पैदल चले। सुबह 8.30 बजे घर पहुंचे।सीरियल दुष्कर्म की शिकार सिंगरौली की पीड़िता 21 वर्षीय बीए प्रथम वर्ष की छात्रा है। घटना याद करके वह सिहर उठती है। संभलते हुए कहती है 13 मई थी, शाम 4 बजे मोबाइल पर महिला बोली कॉलेज से अर्चना मैडम बोल रही हूं। तुम्हें स्कॉलरशिप नहीं मिली। तुम्हारी फाइल बना दी है दस्तखत कर दो। आधार कार्ड व फोटो लेकर टिकरी आओ। मैंने इनकार किया तो बोली पैसा रुक जाएगा। मैं उसकी बातों में आ गई। बस से टिकरी गई। रास्ते में फिर फोन आया, कहा हायर सेकंडरी स्कूल के पास आना।
बेटे को भेज रही हूं। स्कूल के पास बाइक लिए एक व्यक्ति मिला। सिर में हेलमेट था। हाथ में दस्ताने। वह गिजवार रोड पर जंगल में एक घर में ले गया। तब 7 बजे थे, उसने पांच बार गंदा काम किया। मोबाइल की टॉर्च की रोशनी में मैंने चेहरा देखा। उसके दोनों हाथ में जलने के दाग थे। रात 11 बजे मेरा मोबाइल छीनकर मुझे रोड पर छोड़ गया। पैदल चलकर मैं एक अनजान घर में गई। पूरी बात बताई। रातभर आसरा लिया। फिर सुबह घर लौटी।