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यात्रीगण कृपया ध्यान दे ! अब जून के महीने तक मे होगा पुल का निर्माण कार्य

ठेकेदार निर्माण कार्य मे कर रहे ढील ढीलापा

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Sidhi news : जून माह तक के लिए फिर बढ़ाई गई है सोन नदी पुल निर्माण की डेड लाईन 

संविदाकार की मनमानी से पुल के निर्माण कार्य में बनी सुस्ती 

राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-39 सीधी-सिंगरौली के मध्य बहरी के समीप स्थित गोपद नदी पुल का निर्माण कार्य कब पूर्ण होगा, इसको लेकर अभी अनिश्चितता बनी हुई है। तरह-तरह की बहानेबाजी करके संविदाकार द्वारा निर्माण पूरा करने के लिए डेडलाइन बढ़वाई जा रही है। अब पुल के कार्य को पूर्ण करने के लिये समय बढ़ाकर जून माह तक किया गया है। जिस तरह से मौके पर निर्माण कार्य हो रहा है उसके चलते जून माह तक निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएगा इसको लेकर भी सवालिया निशान लगे हुए हैं।

गौरतलब है कि सीधी-सिंगरौली राष्ट्रीय राजमार्ग-39 का कार्य करीब 11 वर्षो से हो रहा है। एमपीआरडीसी के अधिकारियों एवं संविदाकार की लापरवाही से सडक़ एवं पुल-पुलिया का कार्य एक दशक बाद भी पूर्ण नही हो पाया है। सडक़ एवं निर्माणाधीन पुल-पुलिया के कार्य पूर्ण करने के लिये एक-दो बार नहीं 5 बार डेडलाइन दी गयी।

इसके बावजूद एमपीआरडीसी के अधिकारी व संविदाकार कार्य को नहीं कर पाये। सडक़ निर्माण कार्य में एक ना एक अडंगेबाजी व अड़चने बताकर कई महीने तक एनएच-39 का कार्य बन्द भी था। लिहाजा कार्य की प्रगति में तेजी नहीं दिखती। यहां बताते चले कि पहले दिसम्बर महीने तक एनएच-39 सीधी सिंगरौली तक फोर-लेन सडक़ पूरी तरह से क्लियर कर देने लिये डेडलाइन तय की गयी थी। इसी में गोपद पुलिया भी शामिल थी। आरोप है कि संविदाकार की लापरवाही से सडक़ का कार्य जहॉ अभी अधूरा है।

वहीं गोपद पुलिया अभी भी अधूरी पड़ी हुई है। विगत माह उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला ने एमपीआरडीसी के अधिकारियों के साथ एनएच-39 के कार्यो का विधिवत समीक्षा करते हुये निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिये निर्देशित किया था। लेकिन अभी भी पुलिया के निर्माण कार्य में कोई विशेष प्रगति नहीं दिख रही है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या क्या जून माह के अन्दर गोपद पुलिया का निर्माण कार्य पूर्ण हो पायेगा या फिर कार्य पूर्ण करने के लिये फिर से डेडलाइन बढ़ाई जायेगी।

इसी असमंजस के दौर में लोकसभा के चुनाव का मतदान भी पूरा हो गया फिर भी निर्माण कार्य को लेकर संविदाकार द्वारा तेजी नहीं दिखाई गई। सीधी-सिंगरौली राष्ट्रीय राज मार्ग-39 निर्माणाधीन सडक़ को लेकर सांसद रहने के दौरान श्रीमती रीती पाठक अपने करीब दस साल के कार्यकाल में प्राथमिकता से ली और सडक़ कार्य पूर्ण कराने के लिये केन्द्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडक़री से कई बार मुलाकात की और उनके मुलाकात का असर इतना हुआ कि काफी हद तक कार्य में तेजी आई।

वे खुद कई बार एमआरडीसी के अधिकारियों एवं कलेक्टर के साथ भी संयुक्त रूप से बैठक कर समीक्षा करती रही। हालांकि सांसद रीती पाठक विधान सभा चुनाव सीधी से जीत गयी हैं। अब सांसदी से इस्तीफा देने के बाद यह पद रिक्त हो गया है। वहीं एनएच-39 निर्माणाधीन सडक़ को लेकर सीधी विधायक रीती पाठक अभी भी संवेदनशील हैं।

उपमुख्यमंत्री के निर्देश के बाद आई थी तेजी

इधर बताया जा रहा है कि उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला के निर्देश के बाद एनएच-39 के कार्य में तेजी दिखी है और जगह-जगह मशीने कार्य में लगाकर कुछ दिनों तक काम दिखाया गया। अब गर्मी का समय शुरू होने के बाद जो निर्माण कार्य कुछ तेज हुए थे उनमें भी सुस्ती दिखने लगी है। जानकारों का कहना है कि राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-39 को सडक़ एवं पुल-पुलियों को पूर्ण करने को लेकर संविदाकार को जो तेजी प्रदर्शित करनी चाहिए वह नजर नहीं आ रही है। यह अवश्य है कि कई स्थानों पर सडक़ों की स्थिति बेहतर हो जाने से आवागवन में वाहनों को कम समय लगता है। फिर भी गोपद नदी में जाम लग जाने पर मुसीबतें बढ़ जाती हैं।

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