अवैध उत्खनन रोकने के लिए ग्राम पंचायत के सभी पदाधिकारी देंगे इस्तीफा, एसडीएम को लिखा पत्र
पूरा मध्य प्रदेश इन दिनों अवैध रेत उत्खनन की चपेट में आता हुआ दिखाई दे रहा है। जहां अवैध रेत का परिवहन और उत्खनन लगातार चल रहा है जिस पर प्रशासन अंकुश नहीं लग पा रही है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि यह बड़ा कार्य किसी न किसी नेताओं के संरक्षण में जरूर होता है। जिसकी वजह से प्रशासन कार्यवाही नहीं कर पता है.
जहां उमरिया जिले की ग्राम पंचायत पड़वार के रहने वाले सरपंच उप सरपंच सहित अन्य सभी लोगों ने एसडीएम मानपुर को पत्र लिखा है और उन्होंने कहा है कि अगर अवैध रेत उत्खनन और परिवहन इसी तरह चलता रहा तो हम सभी इस्तीफा दे देंगे।
पत्र में उन्होंने यह लिखा है कि ग्राम पंचायत पड़वार की सीमा के अंतर्गत हलफल नदी एवं भदार नदी हैं। जिसमें बाबा महाकाल लिमिटेड कम्पनी द्वारा रेत खनन का कार्य किया जा रहा है। रेत खदान के स्वीकृत खसरा नम्बर 666,701,108,109,01 में है, स्वीकृत उपरोक्त खसरा नंम्बर के अलावा अवैध रकवा से नदी के अन्दर JCB मशीन लगाकर रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है, जिससे शासन व ग्राम पंचायत को राजस्व की हानि हो रही है।
जहा पर्यावरण को नष्ट किया जा रहा है, उपरोक्त कंपनी के ठेकेदार द्वारा NGT के नियमानुसार ग्राम पंचायत से उत्खनन हेतु अनापत्ति प्रमाण पत्र लिये जाने का प्रावधान है। लेकिन ठेकेदार द्वारा ग्राम पंचायत पड़वार से उक्त संबंध में, किसी प्रकार से अनापत्ति प्रमाण पत्र व ग्राम सभा का प्रस्ताव नही लिया गया। मनमानी तरीके से स्वीकृत खदान के अलावा अन्य खसरा नम्बरों से रेत निकाल कर अवैध उत्खनन किया जा रहा है, तथा रेत की रायल्टी अन्य जिलों की दी जा रही है।
जिससे आशंका है, कि ग्राम पंचायत पड़वार में, कोई भी रेत खदान स्वीकृत नही है। तत्काल ठेकेदार द्वारा किये जा रहे अवैध उत्खनन को रोका जाये। यदि 3 दिवस के अन्दर प्रशासन द्वारा अवैध उत्खनन को नही रोका गया तो वाध्य होकर ग्राम पंचायत पड़वार के सरपंच, उपसरपंच, एवं पंच द्वारा सामूहिक रूप से इस्तीफा सौपा जायेगा। जिसकी समस्त जबावदारी प्रशासन की होंगी।