नई दिल्ली : भारत ने पाकिस्तान (Pakistan) से आतंकी हाफिज सईद (Hafiz Saeed) के प्रत्यार्पण की मांग की थी. यानी यहां मुकदमा चलाने के लिए उसे भारत को सौंप देने को कहा था. अब पाकिस्तान का जवाब आया है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने कहा है कि वो भारत-पाकिस्तान के बीच कोई द्विपक्षीय प्रत्यर्पण संधि नहीं है.।
भारत ने मांगा, पाकिस्तान का इन्कार
सईद साल 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड है. समंदर के रास्ते मुंबई में घुसे लश्कर-ए-तैयबा के दस आतंकियों ने शहर में अंधाधुंध फ़ायरिंग की थी. ताज होटल, ओबेरॉय होटल, नरीमन हाउस और छत्रपति शिवाजी टर्मिनस जाकर मासूम लोगों की हत्या की थी. चार दिनों तक मुंबई शहर बंद रहा था, चौबीसों घंटे गोलियों की आवाज से गूंजता रहा था. इस भयावह आतंकी हमले में 166 लोगों की जान गई थी.।
फिलहाल हाफिज सईद पाकिस्तान की जेल में बंद है. साल 2019 में उसे गिरफ्तार किया गया था. उस पर कई आतंकी हमलों में हाथ होने का दावा किया जाता है. कई आतंकी हमलों के लिए फंडिंग करने के भी आरोप हैं.
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने 29 दिसंबर को प्रेस कॉन्फेरेंस के दौरान जानकारी दी:
हाफिज सईद भारत में कई मामलों में वॉन्टेड है. उसे संयुक्त राष्ट्र ने भी आतंकवादी घोषित किया हुआ है. हमने दस्तावेजों के साथ पाकिस्तान सरकार को अनुरोध किया कि वो हाफिज सईद को भारत को सौंप दें. ताकि वो यहां एक खास मुकदमे में पेश हो सके. हम उन सभी मुद्दों को पाकिस्तानी सरकार के सामने रख रहे हैं, जिनमें हाफिज सईद वॉन्टेड है.।
इसके बाद आया पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलूच का बयान. उन्होंने कहा,
पाकिस्तान को भारतीय अधिकारियों से एक अनुरोध मिला है, जिसमें तथा-कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हाफिज सईद के प्रत्यर्पण की मांग की गई है. मगर यहां ध्यान देने वाली बात है कि पाकिस्तान और भारत के बीच कोई द्विपक्षीय प्रत्यर्पण संधि नहीं है.
हाफिज सईद का बेटा लड़ेगा चुनाव
अरिंदम बागची का ये बयान हाफिज सईद समर्थित पार्टी के चुनाव में उतरने की घोषणा के बाद आया. खबर है कि पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग (PMML) से हाफिज सईद का बेटा तल्हा सईद भी दौड़ में है. वो नेशनल असेंबली के निर्वाचन क्षेत्र NA-127, लाहौर से चुनाव लड़ेगा. कहा जाता है कि हाफिज सईद के बाद तल्हा सईद लश्कर-ए-तैयबा में बड़े पद पर काम करता है. वो गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत एक नामित आतंकवादी भी है.।