पुलिस लाईन परेड ग्राउंड के समीप हुआ हादसा
– पुलिस कर्मियों की तत्परता से बस में फंसे बच्चे सुरक्षित बाहर निकले
शहर के पुलिस लाईन परेड ग्राउंड के समीप आज सुबह करीब 8.30 बजे एक स्कूली बस में अचानक आग लगने से धू-धू कर जलने लगी। हादसे के दौरान बस में करीब आधा दर्जन बच्चे सवार थे। बस में आग लगते ही बच्चों की चीख-पुकार गूंजने लगी। गनीमत यह रही कि स्कूल बस में यह हादसा पुलिस लाईन एवं कंट्रोल रूम के समीप हुआ। जिसके चलते आनन-फानन में काफी संख्या में पुलिस कर्मी मौके पर पहुंच गए और बस के अंदर फंसे बच्चों को तत्काल सुरक्षित बाहर निकालने की कार्रवाई शुरू कर दी गई।
इस दौरान कई पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। तत्काल नगर पालिका के फायर ब्रिगेड को स्कूल बस में आग लगने की सूचना देकर बुलाया गया। फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर जलती बस पर पानी के फव्वारे डालकर आग पर काबू पाया। बताया गया है कि हादसे के वक्त सुबह एसआईटी पब्लिक स्कूल की बस बच्चों को लेने के लिए जा रही थी। बस में उस दौरान करीब आधा दर्जन बच्चे ही सवार थे।
स्कूली बस पटपरा की ओर बच्चों को लेने के लिए जा रही थी। यदि यह हादसा मार्ग में कुछ दूर होता तो कोई बड़ी घटना हो सकती थी। पुलिस लाईन ग्राउंड के समीप हादसा होने से पुलिस कर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए बस के अंदर फंसे सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिए। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार बस में आग लगने का प्रमुख कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है।
सीधी-पटपरा मार्ग में उक्त हादसा होने के बाद पुलिस द्वारा वाहनों की आवाजाही रोंक दी गई थी। इस हादसे में स्कूली बस पूरी तरह से जलकर खाक हो गई है। बाद में पुलिस द्वारा मौके पर क्रेन बुलाकर बीच सडक़ में खड़ी स्कूली बस को बाहर हटवाया गया। जिसके बाद मार्ग में आवागवन शुरू हो सका।
जिस दौरान स्कूली बस धू-धू कर आग से जल रही थी। उस दौरान लोगों की काफी भीड़ मौके पर जमा थी। लोग जलती बस का वीडियो बनाने में भी लगे हुए थे। बाद में मौके पर पहुंचकर कोतवाली पुलिस द्वारा विवेचना शुरू की गई।
घटना के बाद अब विभाग को जांच करने की है जरूरत
मालुम हो कि स्कूली बसों की मनमानी लगातार देखने को मिलती है। जिस तरह आज पुलिस लाइन के सामने बस सार्ट सर्किट के कारण अचानक जल गई है उसके बाद अब प्रशासन को अब चाहिए कि स्कूली बसों की जांच करें। बसों का फिटनेस सहित अन्य आवश्यक दस्तावेजों का भी जांच होना चाहिए लेकिन परिवहन विभाग सहित जिम्मेदार अधिकारी जांच करना उचित नहीं समझते हैं जिस वजह से आए दिन यह घटनाएं घटित हो रही हैं। स्कूली बसों के अलावा अन्य बसों में भी नियमों को दरकिनार कर जो संचालित हो रही हैं उन पर भी जांच होने की जरूरत है। परन्तु नहीं लगता कि जांच हो पाएगी।