भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा कुसमी-बंजारी मार्ग 

बारिश के कारण पुल के पास क्षतिग्रस्त हुई सड़क 

 

 

 

 

सीधी. मध्य प्रदेश के सीधी जिले से एक बार फिर सड़क के क्षतिग्रस्त होने की घटना सामने आई है, जिसमें कुसमी बंजारी मार्ग में बना हुआ पुल के पास सड़क पूरी तरह से टूटकर पानी में बह चुकी है। अब हालात ऐसे हो चुके हैं कि वहां से वाहनों के निकलने पर बड़े दुर्घटना की आशंका बनी रहती है और ऐसे में लोगों का आवागमन भी पूरी तरह प्रभावित हो रहा है।

 

हालांकि सड़क मार्ग पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा बनाया गया था जिसमें पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों के द्वारा लीपा पोती करते हुए सड़क बनाई गई थी, परंतु! यह सड़क पूरी तरह से गुणवत्ता विहीन होने के कारण अब भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों के द्वारा ठेकेदार को लाभ पहुंचाने एवं अपनी जेब भरने के चक्कर में सड़क की सही तरीके से जांच नहीं की गई थी और सड़क बनने के बाद राशि आहरित कर दी गई। जनता की सेवा के लिए जनसेवक के रूप में बैठे प्रशासनिक नुमाइंदे भी भ्रष्टाचार के दलदल में पूरी तरह डूब चुके हैं। ऐसे में अब वहां के रहवासियों को पुल पार कर के आवागमन करने में सुविधा का सामना करना पड़ रहा है।

क्षतिग्रस्त हुई सड़क

यह पुल सीधी जिले के आदिवासी अंचल कुसमी बंजारी मार्ग की बरी नदी पर बना हुआ है, इसी पुल के पास तेज बारिश के कारण सड़क पूरी तरह नष्ट हो गई है और आवागमन रुक गया है। वही ग्रामीणों का कहना है कि जिस समय स्कूल का निर्माण कार्य किया जा रहा था उसे समय ग्रामीणों के द्वारा भी आपत्ति जताते हुए कहा गया था कि यहां पर मोड होने के कारण पुल को जरा लंबा बनाना पड़ेगा। और ग्रामीणों ने मीडिया के माध्यम से समाचार प्रशासन एवं प्रसारण करवा कर मामले की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचाने के प्रयास भी किए थे। लेकिन! किसी भी अधिकारी ने निरीक्षण करने की पहल नहीं की; जिसका खामियाजा अब वहां के निवासियों को भुगतना पड़ रहा है।

 

बरी नदी पर बने इस पुल की ऊंचाई कम, लंबाई छोटी एवं विंग बाल भी कम होने के कारण हर वर्ष इसी प्रकार की समस्या का सामना ग्रामीणों को करना पड़ेगा। पुल का निर्माण बघेल कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा किया गया था। लोगों का कहना है कि यदि टोपोशीट का उपयोग करके पुल बनाया गया होता तो शासन का पैसा भी बचता और इस प्रकार की समस्या का सामना भी ना करना पड़ता। लोगों का आरोप है कि घर बैठे ही पुल के एस्टीमेट को तैयार किया गया था और गुणवत्ताविहीन निर्माण कार्य कर दिया गया है। साथ ही लोगों ने मीडिया के माध्यम से इस निर्माण कार्य की निष्पक्ष एवं विधिवत जांच करने की मांग भी प्रशासन से की है।

 

Report :  Subhash Kumar Pandey.

 

breaking newsTrending newsक्षतिग्रस्त पुलजलसैलाबबाढ़बारिश
Comments (0)
Add Comment