मां बाप को ढूंढने निकला एक बेटा हाथों में लिया है फोटो

पुलिस पर मदद न करने का लगाया आरोप

साहब कोई तो ढूंढ दो मेरे जन्मदाता को” हाथ में फोटो लेकर 10 दिन से लापता माता पिता की खोज में दर दर भटक रहा बेटा. पुलिस भी नही कर रही मदद.

रीवा शहर के चोराहटा थाना क्षेत्र में रहने वाले एक सख्स के 85 वर्षीय माता और पिता एक साथ अचानक से कहीं लापता हो गए. जिनकी तलाश में बेटा अब अपने बुजुर्ग माता पिता की तस्वीर को हाथ में लेकर उन्हे ढूंढते हुए दर-दर की तलासता फिर रहा है. उसने अपने माता पिता की काफी खोजबीन की लेकिन उनका कोई भी सुराग हाथ नहीं लगा. अपने माता पिता के वियोग में इस कदर परेशान है की वह राह चलते हर एक व्यक्ति से बूढ़े माता पिता की फोटो दिखाकर उनसे उनकी जानकारी मांग रहा है. थका हारा बेबस बेटा फरियाद लेकर जब थाने पहुंचा तो उसे दूसरे थाने का रास्ता दिखा दिया गया दूसरे थाने गया तो पुलिस ने कहा तुम अपना काम करो पुलिस अपना काम कर रही है.

आपको बताते चले कि 15 जुलाई को बैंक गये वृद्धा पैंशन निकाली इसके बाद से हो गए लापता

दरअसल फरियादी अवधेश साकेत चोराहटा थाना क्षेत्र के ग्राम मढ़ी अटरिया गांव का निवासी है. अवधेश के 85 वर्षीय पिता जुगुल किशोर और 80 वर्षीय उसकी मां महरानियां साकेत बीते 15 जुलाई की दोपहर तकरीबन 11 बजे घर से ऑटो में सवार होकर बृद्धा पैंशन की रकम निकलने बैंक गए, वह रीवा के ढेकहा मोहल्ले में स्थित SBI बैंक की शाखा में पहुंचे इसके बाद दोनो ने अपनें बृद्धा पैंशन की राशि निकाली और वापस घर आने के लिए ऑटो में सवार होकर निकल गए.

काफी तालाश के बाद भी नही मिला बुजुर्ग दंपति

देर शाम तक 85 वर्षीय बुजुर्ग दंपति जब शाम तक वापस अपने घर नही पहुंचे तो परिवार के अन्य सदस्यों ने उनकी खोजबीन शुरु की. कई घण्टे बीत जानें के बाद भी उनका कोई सुराग नही लगा. बुजुर्ग दम्पत्ति के बेटे अवधेश साकेत अपने माता पिता की खोजबीन करते हुए बैंक गया शहर के कई इलाको में तलाश की माता पिता की फोटो लेकर लोगो को दिखाया उनसे पूछताछ की इसके बावजूद भी उनका कोई सुराग नही लगा. रिश्तेदारों के घर गया फोन किया पर कोई पता नहीं लगा.

बूढ़े माता पिता की फोटो लेकर बेटा कर रहा है तलाश

ऐसा कोई रिश्तेदार कोई जान पहचान वाला नही होगा जहां जाकर बेटे ने अपने माता पिता की जानकारी न जुटाई हो. सतना मैहर अमरपाटन सहित अन्य इलाको में जाकर उसने अपने माता पिता की काफी खोजबीन की लेकिन उनका कोई पता नही लग पाया. पिछले 10 दिनो से वह लगातार अपने माता पिता के तलाश में सुबह घर से साइकल लेकर निकल जाता है और देर रात तक माता पिता की फोटो दिखाकर लोगो से उनकी जानकारी जुटाता है. पुलिस ने अगर पहले ही दिन उसकी मदद कर दी होती तो शायद बिछड़े हुए माता पिता उसे मिल जाते. मगर लाचार सिस्टम के आगे सब बेबस है.

बैंक से लौटकर ऑटो में सवार होने के बाद हुये थे लापता

पुलिस अगर चाहती तो तत्परता के साथ कार्रवाई करते हुए 85 वर्षीय संपत्ति की तलाश कर सकती थी. लेकिन ऐसा नही किया पुलिस चाहती तो उस स्थान के आसपास लगे CCTV फुटेज के माध्यम उनका पता लगा सकती थी जहां से बुजुर्ग दंपत्ति ऑटो में बैठने के बाद लापता हुए मगर ऐसा नही किया गया क्योंकि फरियादी शायद गरीब और लाचार था और लाचार सिस्टम के लाचार लोगो से वह मदद की भीख मांग रहा था.

सिविल लाईन पुलिस बोली तुम अपना काम करो हम अपना काम कर रहे है

घटना के दूसरे दिन अवधेश साकेत ने अपने बूढ़े माता पिता के खोजबीन के लिए चोरहटा पुलिस का दरवाजा खटखटाया लेकिन वहां मौजूद पुलिस ने उसे सिविल लाईन थाने का रास्ता दिखा दिया. पीड़ित अवधेश सिविल लाईन थाने पहुंचा वहां पुलिस ने उसकी शिकायत लेकर गुमसुदगी का प्रकरण दर्ज किया. तीन दिन बीत जानें के बाद अवधेश वापस सिविल लाईन थाने पहुंचा और पुलिस कर्मियो से अपने माता पिता के बारे में दबे ओंठो से जानकारी मांगी लेकिन पुलिस ने उसे यह कह कर वापस लौटा दिया की तुम अपना काम करो पुलिस अपना काम कर रही है.

पुलिस पर मदद न करने का बेटे ने लगाया आरोप

अंग्रेजो के कानून बदलने से कुछ नही होगा साहब हमे और आपको अपनी सोच बदलनी होगी तब शायद पीड़ितो को न्याय मिल सकेगा. क्या वजह थी की पुलिस ने बूढ़े माता पिता की तलाश में दर दर भटक रहे बेटे की फरियाद नहीं सुनी. क्यों उसे एक थाने की पुलिस ने दूसरे थाने का रास्ता दिखाया क्यों दूसरे थाने की पुलिस ने कहा की तुम अपना काम करो पुलिस अपना काम कर रही है. पुलिस अगर उसकी तत्काल मदद कर देती तो शायद उसके माता पिता मिल जाते और बूढ़े मां बाप को खोजने के लिए बेटे को इतना परिश्रम नही करना पड़ता.

 

10 दिन से लापता है 85 साल के माता पिता “एसपी ने दिया आश्वासन”

 

अवधेश के 85 वर्षीय पिता जुगुल किशोर और 80 वर्षीय उसकी मां महरानियां साकेत को लापता हुए करीब 10 दिन बीत गए गए लेकिन अब तक उनका कोई भी सुराग हाथ नहीं लगा थकी हुई आंखों से बेटा अपने बूढ़े माता पिता खोजबीन में दरबदर की ठोकर खाने को मजबूर है क्योंकि वह उसके जन्मदाता है, वह अपनें माता पिता के बुढ़ापे की लाठी है और वह किसी भी हाल में उन्हे खोना नही चाहता. आखिरी आस लेकर वह आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा और एसपी विवेक सिंह से न्याय की गुहार लगाई उसे उम्मीद है की वह जरुर उसकी मदद करेंगे.

 

अवधेश साकेत – लापता दंपत्ति का बेटा

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