बाजार में बिक रहे सड़े फल व दूषित सामग्री

त्यौहारी सीजन में बनीं सर्वाधिक मनमानी, खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की अनदेखी

नगर पालिका और खाद्य सुरक्षा विभाग की अनदेखी के चलते त्यौहारी सीजन में बाजार में सड़े फल और दूषित खाद्य सामग्री धड़ल्ले से बेंची जा रही है। जिससे लोग बीमारियों की चपेट में आ रही है। इस साल प्रशासन द्वारा इन पर अंकुश लगाने के लिए कोई मुहिम शुरू नहीं की गई है। जिससे नपा और खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की अनदेखी शहर के नागरिकों पर भारी पड़ रही है। मालुम हो कि गत वर्ष नगर पालिका की स्वास्थ्य शाखा, खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए मुहिम चलाकर दूषित फलों को फिकवाने और कार्रवाई करने के साथ हीहोटल, रेस्टॉरेंट और नास्ता आदि की ठेलो पर बिकने वाली खाद्य सामग्री की जांच की जाती थी और सेंपल भी लिए जाते थे वही ज्यादा लापरवाही पाये जाने पर कार्रवाई भी की जाती

 

थी। लेकिन इस बार ऐसा कुछ देखने में नहीं आ रहा है। चाय-नास्ता की दुकानों और हांथ ठेला आदि का समोसा, कचौड़ी, पोहा- जलेबी, पूड़ी, चाट आदि खाद्य सामग्रीबगैर ढंके ही धड़ल्ले से बेंची जा रही है। जिससे इन पर मख्खी मच्छर भिनभिनाते रहते है। वहीं सडक़ से उडने वाली धूल इन पर लगती है। जिससे यह खाद्य सामग्री दूषित हो जाती है। और इन्हे खाने से विभिन्न प्रकार की बीमारियों की चपेट में नागरिक आते है। नास्ता आदि बनाने वाले ज्यादातर दुकानदार जिस कढ़ाई में समोसे कचौड़ी बनाते है उस कढ़ाई का तेल महीनो नहीं बदला जाता और न ही उन्हे साफ किया जाता है। थोड़ा कम तेल होने पर और तेल उसी कढ़ाई में डाल दिया जाता है। इस प्रकार कढ़ाई का तेल महीनो चल जाता है। शहर में खाद्य सामग्री बनाते समय कई जगह साफ-सफाई व स्वच्छता का ध्यान नही रखा जाता है।

 

फलों पर भिनभिनाती

 

है मक्खियां

 

सब्जी मंडी से लेकर सोनांचल बस स्टैण्ड, गांधी चौक, मानस भवन, अस्पताल तिराहा, सम्राट चौक आदि जगहों पर हांथ ठेलों पर सड़े-गले फल बेंचे जा रहे है। कई बार ग्राहकों को कम कीमत का लालच देकर उन्हे ये फल बेंच दिए जाते है। तो कई बार अच्छे फलों के बीच सड़े फल रखकर बेंचे जा रहे है। वहीं कटे फलों पर मक्खी-मधुमक्खी और बरैया आदि भिनभिनाती रहती है और ग्राहकों के आने पर मक्खी आदि भगाकर यही फल ग्राहकों को बेंच दिए जाते है। जिन्हे खाने से लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। त्यौहारी सीजन के दौरान फलों की मांग बढ़ जाने के कारण कारोबारियों की मनमानी और भी चरम पर पहुंच जाती है। इस दौरान संबंधित विभागों के अधिकारी भी पूरी तरह से कार्रवाई करने में लापवाह बनें रहते हैं। जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ता है।

Latest Sidhi newsSidhi newssidhi news today
Comments (0)
Add Comment