कांग्रेस बीजेपी दोनों दलो के प्रत्याशियों पर घोषणा पत्र में जानकारी छुपाने का आरोप
किसी के भी चुनाव जीतने पर निर्वाचन रदद् करने की दायर होगी चुनाव याचिका
खंडवा लोकसभा क्षेत्र के कांग्रेस बीजेपी दोनों दलो के प्रत्याशियों के बढ सकती है मुश्किलें
किसी के भी चुनाव जीतने पर निर्वाचन रदद् करने की दायर होगी चुनाव याचिका
कांग्रेस बीजेपी दोनों दलो के प्रत्याशियों पर घोषणा पत्र में जानकारी छुपाने का आरोप
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खंडवा लोकसभा क्षेत्र में हुए लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान के बाद कांग्रेस बीजेपी में सीधा मुकाबला है। कांग्रेस से नरेंद्र पटेल प्रत्याशी है जबकि बीजेपी से वर्तमान सांसद ज्ञानेश्वर पाटील प्रत्याशी है। लेकिन दोनों में से जो भी प्रत्याशी चुनाव जीतता है,उनकी मुश्किले बढ सकती है। दरअसल बुरहानपुर में लोकसभा चुनाव 2024 के खंडवा लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी व पेशे से एडवोकेट मनोज अग्रवाल ने बीजेपी कांग्रेस दोनो ही प्रत्याशियों व्दारा निर्वाचन आयोग को दिए अपने घोषणा पत्र में जानकारी छुपाने का आरोप लगाया है।
उन्होने कहा बीजेपी प्रत्याशी ज्ञानेश्वर पाटील को बुरहानपुर के सहकारी सिटीजन बैंक के एक लोन के मामले में ढाई करोड की राशि नहीं चुकाने के चलते सहकारिता विभाग ने मप्र राज्य पावरलूम बुनकर फेडरेशन अध्यक्ष पद से हटा दिया था। जिसकी ज्ञानेश्वर पाटील ने अपने घोषणा पत्र में जानकारी नहीं दी है।
वहीं कांग्रेस प्रत्याशी नरेंद्र पटेल ने चुनाव प्रचार के दौरान ईष्ट देव श्री राम का नाम लिखी टोपी पहनकर प्रचार किया जो कि आचार संहिता का उल्लंघन है। बुरहानपुर जिले की नावरा चौकी पर बकायदा नरेंद्र पटेल के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज है जिसे नरेंद्र पटेल अपने घोषणा पत्र में छुपाया एडवोकेट मनोज अग्रवाल ने कहा दोनों में से जो भी प्रत्याशी विजयी होगा उसके निर्वचान को रद्द कराने के लिए उनके व्दारा कोर्ट में चुनाव याचिका लगाई जाएगी।
उधर बीजेपी प्रत्याशी ज्ञानेश्वर पाटील के वकील आदित्य प्रजापति ने साफ किया उपचुनाव 2021 में भी इस संदर्भ में शिकायत हुई थी। सहकारिता विभाग का डिफाल्टर अपराध की श्रेणी में नहीं आता है। लिहाजा इसकी जानकारी दर्ज करना जरूरी नहीं है हम इसका जवाब कोर्ट के समक्ष देने को तैयार है।