समय मुनि सागर के पैर में चलते-चलते पड़ गए छाले,फोटो हो रही सोशल मीडिया में वायरल
जैन धर्म के प्रचार प्रसार में इनका है बड़ा ही योगदान
विद्यासागर जी के छोटे भाई हैं समय सागर जी
18 फरवरी को डोंगरगढ़ में आचार्य विद्यासागर जी महाराज का समाधिमरण होने के बाद उनका आचार्य पद उनके प्रथम शिष्य मुनि समय सागर महाराज को सौंपा जा रहा है। यह भी संयोग है कि मुनि समय सागर महाराज आचार्य श्री के गृहस्थ जीवन के छोटे भाई हैं।
Related Posts
समय सागर महाराज छह भाई-बहनों में छठे नंबर पर के हैं। वर्तमान में वे 65 साल के हैं। आचार्यश्री का भी जन्म स्थल कर्नाटक का सदलगा है। मुनिश्री का जन्म 27 अक्टूबर 1958 को हुआ था। मुनिश्री ने ब्रह्मचर्य व्रत 2 मई 1975 को लिया था। 18 दिसंबर 1975 को उनकी छुल्लक दीक्षा हुई थी।
31 अक्टूबर 1978 को एलक दीक्षा नैनागिरी छतरपुर और मुनि दीक्षा 8 मार्च 1980 को जैन सिद्ध क्षेत्र द्रोणगिरी छतरपुर में हुई थी। आचार्य विद्यासागर जी महाराज के गृहस्थ जीवन के सगे भाई मुनि समय सागर महाराज और मुनि श्री योगसागर जी महाराज दोनों कुंडलपुर में विराजमान हैं।