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CM मोहन‌ के मन को भायी नीरज-प्रदीप की जोड़ी ,IAS वा IPS के हुए ट्रांसफर

प्रभारी मंत्री रहते हुए राजगढ़ में कलेक्टर और एसपी के काम को परखा तो CM मोहन यादव ने सौंप दी ग्रह जिले उज्जैन की कमान

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CM मोहन‌ के मन को भायी नीरज-प्रदीप की जोड़ी 

प्रभारी मंत्री रहते हुए राजगढ़ में कलेक्टर और एसपी के काम को परखा तो CM मोहन यादव ने सौंप दी ग्रह जिले उज्जैन की कमान

 

मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की प्रदेश में नई सरकार बनने के साथ ही कई IAS और IPS अधिकारियों की पद स्थापना में परिवर्तन किया जा रहा है। इसी को लेकर बुधवार देर रात्रि को भी गृह विभाग के द्वारा आईपीएस अधिकारियों की पदस्थापना में परिवर्तन करते हुए आदेश जारी किए गए। इस दौरान इस दतिया पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा को उज्जैन का नया एसपी बनाया गया है। इससे पूर्व नर्मदापुरम कलेक्टर नीरज सिंह को उज्जैन का कलेक्टर बनाया गया था।

कलेक्टर नीरज सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा की जोड़ी राजगढ़ जिले में सबसे ज्यादा रुकने आईएएस और आईपीएस में शामिल है। बता दें कि डॉक्टर मोहन यादव जिस समय मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री थे उस समय उन्हें राजगढ़ जिले का भी प्रभार दिया गया था और इस समय राजगढ़ कलेक्टर के रूप में नीरज सिंह और पुलिस अधीक्षक के रूप में प्रदीप शर्मा यहां मौजूद थे।

DM और SP के काम की हुई परख मिली ग्रह जिले की कमान

राजगढ़ जिले के तत्कालीन कलेक्टर नीरज सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा कोरोना काल सहित अन्य दिनों में अच्छा कार्य करने के कारण चर्चा में रहे। इसके बाद शिवराज सरकार ने नीरज सिंह को कलेक्टर नर्मदापुरम एवं प्रदीप शर्मा को दतिया पुलिस अधीक्षक की कमान सौंपी। और अब मोहन सरकार ने एक बार फिर दोनों अधिकारियों के काम को देखते अपने गृह जिले उज्जैन की कमान सौंपी हैं।

कोरोना काल में DM-SP ने बंद पड़े वेंटीलेटर को भी किया था चालू

साल 2021 में आई कोरोना वायरस से हर किसी का जीवन संकट में आ गया था अस्पतालों में मरीज को वेंटिलेटर की सुविधा तक उपलब्ध नहीं हो रही थी इसी दौरान तत्कालीन राजगढ़ एसपी प्रदीप शर्मा और कलेक्टर नीरज सिंह ने यूजर्स गाइडलाइन पढ़कर 1 साल से बंद पड़े वेंटिलेटर को भी चालू किया था।

तत्कालीन कलेक्टर नीरज सिंह ने राजगढ़ में खुद पर लगाया था ₹100 का जुर्माना

तत्कालीन राजगढ़ कलेक्टर नीरज सिंह ने राजगढ़ में सीएम हेल्पलाइन की लंबित शिकायतों का निराकरण कर पाने पर दिसंबर 2020 में कलेक्ट्रेट में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान खुद की लापरवाही मिलने पर₹100 का जुर्माना लगा लिया था जिसके बाद वो सुर्खियों में आए थे।

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